हाइलाइट:-
- यूरोपीय परिषद की बैठक आज
- पीएम मोदी होंगे बैठक में शामिल
- आपसी सहयोग पर होगा मंथन
इस बैठक में शामिल होने वाले नेता कोविड-19 महामारी स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सहयोग, स्थायी समावेशी विकास को बढ़ावा देने, भारत-यूरोपीय संघ के बीच आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने के साथ-साथ आपसी हितों के क्षेत्रीय वैश्विक मुद्दों के बारे में विचारों का आदान-प्रदान करेंगे.
मोदी यूरोपीय संघ के सभी 27 सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों के साथ इस बैठक में भाग लेंगे। यूरोपीय संघ +27 की इस प्रारूप में इससे पहले केवल एक बार इस साल मार्च में बैठक हुई थी।
भारत-यूरोपीय संघ के नेताओं की यह बैठक यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के सभी नेताओं के साथ चर्चा करने का एक अभूतपूर्व अवसर है. यह एक महत्वपूर्ण राजनीतिक मील का पत्थर है जुलाई 2020 में हुए 15वें भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन के बाद से आपसी संबंधों में आई तेजी को आगे मजबूत करेगा.
बैठक में शामिल होने वाले नेता कोविड-19 महामारी और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सहयोग, स्थायी और समावेशी विकास को बढ़ावा देने, भारत-यूरोपीय संघ के बीच आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने के साथ-साथ आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों के बारे में विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
हालांकि कोरोना के इस संकट काल में भारत को दुनिया भर के मित्र देशों से मदद के तौर पर तमाम चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति हो रही है. यूरोपीय देशों, यूरोपीय संघ (ईयू) के समर्थन के साथ, भारत को दीर्घकालिक स्थायी चिकित्सा तकनीक प्रदान करने में विशेष रूप से सहायक हैं. बीते दिन ही इटेलियन दूतावास ने दिल्ली के पास ग्रेटर नोएडा में आईटीबीपी अस्पताल में ऑक्सीजन संयंत्र शुरू किया. 48 घंटों में स्थापित किया गया ये प्लांट एक साथ 100 से अधिक कोविड रोगियों को ऑक्सीजन प्रदान कर सकता है.
जर्मनी दिल्ली छावनी के सरदार वल्लभभाई पटेल कोविड अस्पताल के लिए ऑक्सीजन पैदा करने वाला संयंत्र भेज रहा है. भारत में जर्मन राजदूत वाल्टर जे लिंडनर ने दिल्ली में मीडियाकर्मियों से कहा कि उनका देश बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन पैदा करने वाला संयंत्र भेज रहा है, जो 12 रक्षाकर्मियों द्वारा अपने रक्षा बलों द्वारा संचालित किया जाएगा. ये पैरामेडिक्स इस संयंत्र के प्रबंधन के उपयोग में भारतीय रक्षा कर्मियों को भी प्रशिक्षित करेंगे. दो वायु सेना के परिवहन विमानों में ए 400 एम लाया जा रहा है. ये संयंत्र प्रति दिन 4,00,000 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन करेगा. विमानों में से एक गुरुवार शाम को दिल्ली में उतरा जबकि दूसरा कुछ दिन के अंतराल में आएगा.
सहायता भेजने के लिए अन्य यूरोपीय देशों में फिनलैंड, ऑस्ट्रिया बेल्जियम शामिल हैं. कई यूरोपीय देश यूरोपीय संघ के नागरिक सुरक्षा तंत्र के माध्यम से सहायता प्रदान कर रहे हैं, जो यूरोपीय आयोग के आपातकालीन प्रतिक्रिया समन्वय केंद्र द्वारा समन्वित है. इसके अलावा अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान, फ्रांस, यूएई, ब्रिटेन समेत बहुत से देश इस मुश्किल दौर में भारत की मदद के लिए आगे आ चुके हैं.
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