कितने सटीक होते हैं एग्जिट पोल:बिहार और हरियाणा के चुनाव में फेल हुए, दिल्ली और महाराष्ट्र में सीटों का अनुमान गड़बड़ाया

 


29 अप्रैल को शाम साढ़े 6 बजे पश्चिम बंगाल के 8वें और आखिरी फेज की वोटिंग के साथ ही 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव खत्म हो गए। अब बारी रिजल्ट की है, जो 2 मई को आएंगे। इससे पहले गुरुवार देर शाम टीवी चैनलों ने पांचों राज्यों का एग्जिट पोल जारी किया।

इसमें करीब 4 एजेंसियां बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार दोबारा बनने का दावा कर रही हैं। एक सर्वे में भाजपा को बहुमत के करीब दिखाया जा रहा है। असम में भाजपा तो केरल में लेफ्ट की सरकार की वापसी की संभावाना जताई जा रही है। पुड्‌डुचेरी में एनडीए और तमिलनाडु में DMK-कांग्रेस गठबंधन को सत्ता के करीब बताया जा रहा है।

इन सभी संभावनाओं के बीच हमने ये जानने की कोशिश की कि आखिर ये एग्जिट पोल पिछले 2 साल में कितने सटीक रहे हैं। इसके लिए हमने 2019 और 2020 में महाराष्ट्र, बिहार, हरियाणा और दिल्ली के विधानसभा चुनाव के दौरान हुए एग्जिट पोल के नतीजे खंगाले।

पॉलिटिकल पंडितों के अनुमान कितने सटीक
सबसे पहले 2020 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव को देखें तो यहां एग्जिट पोल के अनुमान और नतीजों में थोड़ी बहुत समानता थी। हरियाणा, झारखंड और बिहार में तो एग्जिट पोल नतीजों से कहीं दूर रह गए। महाराष्ट्र में भी बहुमत तो BJP-शिवसेना गठबंधन को मिला, लेकिन सीटों का मामला अनुमान से दूर रहा।

दिल्ली : अनुमान और नतीजों में कुछ समानता रही
दिल्ली विधानसभा चुनाव में ABP सी वोटर, टाइम्स नाउ, इंडिया टुडे, नेता न्यूजएक्स, जन की बात के एग्जिट पोल का औसत बता रहा था कि आम आदमी पार्टी को 55, BJP को 14 और कांग्रेस को 1 सीट मिलने वाली है। हालांकि, नतीजे आएं तो आम आदमी पार्टी को 62, बीजेपी को 8 सीटें मिली थीं।

हरियाणा: भाजपा को बहुमत का दावा, लेकिन नहीं मिला
हरियाणा विधानसभा चुनाव में एग्जिट पोल फेल रहे। टाइम्स नाउ ने अपने सर्वे में BJP को 71 सीटें दी थीं। इंडिया न्यूज ने 75 से 80 तो ABP न्यूज ने 72 सीटें दीं। जब नतीजे आए तो भाजपा को महज 40 सीटें हासिल हुईं, वहीं कांग्रेस को एग्जिट पोल के अनुमान से कहीं ज्यादा 31 सीटें आईं। मतलब कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में एग्जिट पोल सही साबित नहीं हुए थे। बाद में यहां भाजपा ने दुष्यंत चौटाला की पार्टी JJP के साथ मिलकर सरकार बना ली।

महाराष्ट्र: अनुमान और नतीजों में रहा अंतर
288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में ABP-सी वोटर के सर्वे में महाराष्ट्र में BJP-शिवसेना गठबंधन को भाजपा-शिवसेना को 204 सीटें जबकि कांग्रेस-एनसीपी को 69 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। अन्य दलों को 15 सीटें दी गईं। इंडिया टुडे-एक्सिस MY INDIA के एग्जिट पोल में भाजपा-शिवसेना को 166 से 194 सीटें मिलने का आसार जताया गया। कांग्रेस-NCP को 72 से 90 सीटों पर जीत की संभावना जताई गई।

BJP को अकेले 109 से 124 और शिवसेना को 57 से 70 सीटें दी गई। कांग्रेस को अकेले 32 से 40 और NCP को 40 से 50 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया। BJP को 105, शिवसेना को 56, कांग्रेस को 44, NCP को 54 और अन्य को 29 सीटें मिली थीं। इस तरह इंडिया टुडे-एक्सिस MY INDIA के एग्जिट पोल के नतीजे संख्या बल के आसपास रहे।

बिहार में फेल हुए थे सारे एग्जिट पोल
बिहार की 243 सीटों पर हुए विधानसभा चुनाव अनुमान भी एग्जिट पोल के मुताबिक नहीं रहे थे। तब सभी सर्वे एजेंसी ने राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस समेत अन्य दलों के महागठबंधन को भारी जीत दे दी थी। रिजल्ट आया तो सबकुछ उलट गया। यहां नीतिश कुमार की जदयू और भाजपा गठबंधन ने तीसरी बार राज्य में सरकार बनाई।

तब आजतक-एक्सिस माय इंडिया के सर्वे में महागठबंधन को 139 से 161 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया। एनडीए को 69 से 91 सीटें, लोजपा को 3 से 5 और अन्य को 6 से 10 सीटें मिलती बताई गईं। टुडेज-चाणक्य के सर्वे ने महागठबंधन को 180, एनडीए को 55 और अन्य को 8 सीटें मिलने अनुमान जताया गया।

रिपब्लिक भारत-जन की बात के सर्वे में एनडीए को 91 से 117 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया। महागठबंधन को 118 से 138 सीटें मिलती दिखाई गईं। लोजपा के खाते में 5 से 8 और अन्य को 3 से 6 सीटें दीं। लेकिन नतीजा कुछ और ही हुआ और सारे पॉलिटिकल पंडितों की आंकड़ा उलट गया।


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